


सतना के पूर्व विधायक शंकरलाल तिवारी का रविवार दोपहर दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। वे 72 वर्ष के थे। तिवारी पिछले काफी समय से गंभीर रूप से बीमार चल रहे थे और बीते एक सप्ताह से बोलने में असमर्थ थे। वे लगातार तीन बार सतना विधानसभा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे।
शंकरलाल तिवारी का जन्म 8 अप्रैल 1953 को चकदही गांव में हुआ था। वे अपनी बेबाक शैली के लिए पहचाने जाते थे। बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ाव रखने वाले तिवारी ने 1975 तक स्थानीय राजनीति में एक युवा और तेजतर्रार नेता के रूप में पहचान बना ली थी।
आपातकाल के दौरान उन्हें मीसाबंदी के रूप में 18 महीने तक रीवा, टीकमगढ़ और सतना की जेलों में रखा गया था
जेल से रिहा होने के बाद उन्होंने संघ और भाजपा की राजनीति में अपनी सक्रियता बढ़ाई उम्होंने जिला स्तर पर भाजपा में विभिन्न पदों पर कार्य किया। शंकर लाल तिवारी ने पहली बार 1998 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में विधानसभा चुनाव लड़ा। इसके बाद वे 2003,2008, और 2013 में भाजपा के टिकट पर लगातार तीन बार सतना के विधायक चुने गए